- पुलिस ने चलाया रेस्क्यू अभियान
- नाले से मलबा हटाकर पुलिस ने सुचारू किया बहाव
- लोगों को पुलिस ने सकुशल निकाला
देहरादून। थाना रायपुर क्षेत्र के अंर्तगत शांति विहार और सपेरा बस्ती के बीच बहने वाले नाले में बाढ़ आ गई। बाढ़ के पानी से 04 मकान और 04 दुकानें ध्वस्त हो गई हैं। स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही रायपुर पुलिस द्वारा राहत बचाव कार्य करते हुए समय रहते नाले की चपेट में आए मकान और दुकान खाली कराये गये। साथ ही सुबह तक चले रेस्क्यू कार्य में नाले के बहाव को सुचारू रूप से चलाने के लिए नाले में गिरे मलबे को हटाया गया। नाले के आसपास रहने वाले सभी लोगों को घरों से हटाते हुये सतर्क किया गया। सोमवार की रात को थाना रायपुर पुलिस को सूचना मिली कि थाना शांति विहार में कुछ मकान अत्यधिक वर्षा के कारण नाले की बाढ़ में ध्वस्त हो गए हैं। इस सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने देखा कि शांति विहार में 02 मकान और 02 दुकानें ध्वस्त हो गई हैं। अत्यधिक वर्षा में नाले में पानी का बहाव लगातार बढ़ रहा है। नाले में आए अत्यधिक पानी के कारण शांति विहार और नाले के दूसरी तरफ सपेरा बस्ती के कई मकान प्रभावित हो रहे हैं।
इस पर रायपुर पुलिस द्वारा कंट्रोल रूम को सूचित करते हुए शांति विहार और नाले के दूसरी ओर सपेरा बस्ती में रहने वाले सभी व्यक्तियों को उनके घरों और दुकानों से बाहर निकाला गया। लगातार क्षेत्र में थाने की गाड़ी से सभी को सतर्क किया गया। कई घरों में लोग सोते पाये गये। पुलिस द्वारा समय से लोगों को उनके घरों से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थानों में ले जाया गया। कुछ समय बाद 02 दुकानें और 02 मकान नाले के पानी के बहाव में ध्वस्त हो गये। थाना रायपुर प्रभारी कुंदन राम ने बताया है कि बारिश अधिक होने के कारण शांति विहार और सपेरा बस्ती के बीच नाले में आए अत्यधिक पानी के कारण शांति विहार के मदन सिंह नेगी का मकान, दिनेश अग्रवाल की दुकान, अवधेश मित्तल का मकान और शमीम की तीन दुकानें ध्वस्त हो गईं। सपेरा बस्ती में राजू का मकान और सुरेंद्र का मकान ध्वस्त हो गया है। साथ ही पुलिस द्वारा समय से की गई कार्रवाई में घरों में सो रहे व्यक्तियों को उनके मकानों से बाहर निकाला गया, जिससे बड़ी जनहानि टल गई। सुबह तक चले रेस्क्यू में नाले में गिरे मकान के मलबे को जेसीबी के माध्यम से हटाया गया। सभी लोगों को लगातार सतर्क किया गया। पुलिस कार्रवाई की आम जनता ने प्रशंसा की है।
कहर बरपा रही बारिश, मलबा और बोल्डर गिरने से कई मोटर मार्ग बाधित
देहरादून। टिहरी में तेज बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे ज्यादा दिक्कतें हैं स्कूल जाने वाले बच्चों को उठानी पड़ रही है। वहीं अभिभावकों का कहना है कि जिस दिन बारिश होती है, उस दिन स्कूल प्रशासन को अपने अधिकारों का प्रयोग करके अवकाश देना चाहिए। ताकि छोटे बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत ना हो। क्योंकि पहाड़ों की भौगोलिक स्थिति मैदानी क्षेत्रों से अलग होती हैं। इसलिए स्कूलों इस दिशा में फैसला लेना चाहिए। टिहरी में तेज बारिश के चलते मसूरी बाईपास रोड बंद हो गई है। जिसके बाद सड़क खोलने के लिए मौके पर जेसीबी मशीन भेजी गई है। वहीं टिहरी डीएम मयूर दीक्षित में सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह बारिश में अलर्ट रहें और कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त की गई हैं। साथ ही डीएम ने सभी अधिकारियों अपना मोबाइल फोन ऑन रखने को कहा है। जिससे लोगों को समय रहते राहत पहुंचाई जा सकें।
उत्तराखंड में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में जौनसार बाबर की लाइफ लाइन कही जाने वाला कालसी चकराता मोटर मार्ग जगह-जगह बंद हो गया है। मार्ग पर मलबा और बोल्डर आने से बाधित हो गया है। जिसके चलते जगह-जगह वाहन फंसे हुए हैं। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग साहिया के सहायक अभियंता राधिका शर्मा ने बताया कि चार मशीनें मौके पर भेज दी गई है। लगातार बारिश हो रही है, जिसके चलते मार्ग खोलने में दिक्कत पैदा हो रही है। पौड़ी में मूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। भारी बारिश से जनपद में सभी नदियां उफान पर बह रही हैं। भारी बारिश से राष्ट्रीय राजमार्ग 119ध्534 लगातार बाधित हो रहा है। नेशनल हाईवे-534 कोटद्वार दुगड्डा के मध्य यात्री फंसे हुए हैं। जनपद में अब तक 10 पेयजल योजना बाधित हुई हैं। साथ ही जिले में लोक निर्माण विभाग की 30 मार्ग बंद हैं, पीएमजीएसवाई के 13 मार्ग और एक राज्य मार्ग, दो मुख्य जिला मार्ग, 27 ग्रामीण क्षेत्रों के मार्ग बाधित होने से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं।