राज्य प्रवक्ता
देहरादून में कृषि योग्य जमीन समाप्त होने के बाद अब दून घाटी के सहसपुर से विकासनगर के बाग बगीचे भू-माफिया की नजर में हैं यहां लगातार आम और लीची के बगीचों पर आरी चल रही है। ऐसा नहीं है कि यह प्रशासन के संज्ञान में नहीं है लेकिन प्रशासन मौन है।
दूनघाटी में लहलाते आम और लीची के बगीचे अब मात्र एक कहानी बन कर रह गए हैं। यहां के बगीचों का रातों-रात सफाया कर दिया जाता है। पेड़ कटने के बाद उसके छिलके और जड़े तक उखाड़ ली जाती है ताकि सबूत के तौर पर कुछ भी न बचे। बगीचों को काटकर प्लेन मैदान बनाए जाते हैं और फिर उस प्लाटिंग कर जमीन महंगी कीमतों पर बेच दी जाती है। भू-माफिया इस कदर हावी है कि यहां अब बगीचों की जगह चारों और सीमेंट और कंक्रीट के जंगल नजर आएंगे। स्थानीय लोग लगातार प्रशासन से शिकायत कर रहे हैं लेकिन प्रशासनिक अधिकारी कार्रवाई करने को लेकर या तो लेट लतीफी कर रहे हैं या फिर शिकायत को ही ठंडे बस्ते में डाल दे रहे हैं।