
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के स्वर्ण जयंती वर्ष पर आयोजित संगोष्ठी में मौजूद प्रबुद्धजनँ
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत स्वर्ण जयंती वर्ष पर अभियान
राज्य प्रवक्ता
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत स्वर्ण जयंती वर्ष पर ग्राहक जारूकता अभियान की श्रृंखला में मंगलवार को राजधानी के ईसी रोड स्थित मार्शल स्कूल में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें ग्राहकों के अधिकार और कर्त्तव्य पर चर्चा हुई। संगोष्ठी के पूर्व ग्राहक पंचायत के पदाधिकारियों ने ग्राहक जागरूकता के लिए काम कर रहे कार्यकर्ताओं को प्रांत स्तर की जिम्मेदारियां भी सौंपी।
संगोष्टी यह विचार उभरकर आया कि मां के गर्भ में आने से लेकर मृत्यु के बाद भी मानव ग्राहक ही रहता है। इसलिए भारत के हर नागरिक को अपने ग्राहक के अधिकार को जानना, समझना और प्राप्त करना चाहिए। उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राजीव कुरेली ने बताया कि ग्राहक पंचायत का मकसद शोषण और भय मुक्त ग्राहक तैयार करना है। उन्होंने बताया कि किसी भी ग्राहक के पास सूचना, सुरक्षा, शिकायत, क्षतिपूर्ति और निस्तारण का अधिकार होता है। साथ ही उसकी बात संबंधित मंच पर सुनी जाए यह भी ग्राहक का अधिकार है। इसके लिए उपभोक्ता आयोगों का जिले से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक गठन किया जा चुका है। पंचायत के क्षेत्रीय संगठन मंत्री लाखन सिंह ने ग्राहकों को जागरूक किया कि वे पैकेजिंग के नाम पर कचरा खरीदने से बचे। पहले पैकेजिंग का पैसा देता हैं, बाद में संबंधित निकाय को उसके निस्तारण का पैसा देते हैं। पूर्व राज्य सूचना आयुक्त और स्वर्ण जयंती के लिए ग्राहक पंचायत स्वर्ण जयंती वर्ष के प्रांतीय अध्यक्ष विनोद नौटियाल ने कार्यक्रम के रूप रेखा के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के गांव-गांव तक अभियान चलाया जाएगा। इसका मकसद ग्राहकों को उनके अधिकार समझाना है। कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्ष मार्शल स्कूल के निदेशक रजनीश जुयाल ने शिक्षा के क्षेत्र में ग्राहकों से हो रही वसूली पर कड़ा प्रहार किया। ग्राहक पंचायत के संरक्षक कल्याण सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस संगोष्ठी में मार्शल स्कूल के शिक्षकों के साथ कर्मचारियों ने भी भागीदारी की। कार्यक्रम में प्रो सुनील सक्सेना, शिवानी, अजय राजपूत, राजकुमार दक्ष, डॉ भूपेंद्र गंगवार भी शामिल रहे।