कहा, मुकदमे तत्काल वापस लेने के साथ ही लाठी चलाने वालों पर हो कार्रवाई
राज्य प्रवक्ता
उत्तरकाशी में मस्जिद हटाने की मांग को लेकर आक्रोश रैली निकाल रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठियां चलाना और उसके बाद सैकड़ों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना गलत है। प्रशासन को तत्काल मुकदमे वापस लेने के साथ ही यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि लाठियां क्यों चलाई गई और किस अधिकारी ने इसके आदेश दिए। उत्तरकाशी के तेज तर्रार युवा नेता जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण मस्जिद मामले में खुलकर आगे आए हैं।
राज्य प्रवक्ता से बातचीत में उन्होंने कहा कि केदारखंड में उत्तरकाशी को सौम्यकाशी का नाम जाना जाता है और कलियुग की काशी यही स्थान है। इसके अलावा गंगा व यमुना का उद्गम होने के साथ ही यहां यमुनोत्री और गंगोत्री जैसे पवित्र धाम भी स्थित हैं। हिंदुओं के हजारों की संख्या में पवित्र मंदिर उत्तरकाशी जिले में हैं। ऐसे में यहां मस्जिद तो होनी ही नहीं चाहिए। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि हिंदुओं के पवित्र स्थलों पर उत्तराखंड में जहां भी मस्जिदें बनी हैं, उन पर तत्काल हटाने की कार्रवाई की जानी चाहिए और प्रशासन बगैर एक क्षण गवाएं शिवनगरी के शीर्ष पर बनाई गई मस्जिद हटाए। उन्होंने कहा कि विशेष समुदाय के लोगों में आस्था भी नजर नहीं आती वे मांस बेचने के लिए भेड़-बकरों और मुर्गों को काटने के बाद उसे धोने भी गंगा में जाते हैं। इसे लेकर भी विवाद हो चुका है। मस्जिद की पैरवी कर रहे लोग हिंदू समाज को जिस प्रकार नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं वह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला पंचायत अध्यक्ष ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बाहरी लोगों को उत्तरकाशी में आकर उत्पात मचाने का वे बिल्कुल समर्थन नहीं करते। उत्तरकाशी की लड़ाई है और उसे उत्तरकाशी स्वयं जीत लेगी। दीपक बिजल्वाण ने लोगों की अपील की है कि वे शांति प्रिय तरीके से आंदोलन करें और शांति से चलने वाले आंदोलन से ही सफलता मिलेगी।