
माणा हिमस्खलन में फंसे श्रमिकों का रेस्क्यू करते सेना के जवान।
-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी लगातार ले रहे हैं अपडेट
राज्य प्रवक्ता
देहरादून, 1 मार्च (हि.स.)। बदरीनाथ से करीब छह किमी दूर माणा में हिमस्खलन के मलबे में फंसे 55 श्रमिकों का रेस्क्यू अभियान जारी कर दिया गया है। हेलीकॉप्टर के माध्यम से राहत एवं बचाव दल को मौके पर पहुंचाया जा रहा है। हिमस्खलन में फंसे 55 श्रमिकों में से 47 का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है और 08 श्रमिकों की तलाश जारी है। 06 श्रमिकों का ज्योर्तिमठ अस्पताल में इलाज चल रहा है, जिनमें से तीन हालत गंभीर बताई जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खोज एवं बचाव दल से लगातार जुड़े हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने हर संभव मदद का भरोसा दिया है। मुख्यमंत्री धामी ने आज ज्योतिर्मठ पहुंचकर हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कार्य का निरीक्षण करने के साथ ही सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत की।
हिमस्खलन क्षेत्र में आज सुबह 7 बजे से बर्फ में फंसे सीमा सड़क संगठन के श्रमिकों की खोज शुरू की गई। आज सुबह 9 बजे तक 47 श्रमिकों का रेस्क्यू किया गया। छह श्रमिकों को रेस्क्यू कर ज्योर्तिमठ सेना अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। शेष आठ की तलाश जारी है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि माणा के निकट हुए हिमस्खलन में फंसे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे राहत एवं बचाव अभियान के क्रम में 14 अन्य श्रमिकों को भी सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। बाहर निकाले गए श्रमिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। गंभीर घायल 3 श्रमिकों को आर्मी चिकित्सालय, ज्योतिर्मठ में उपचार चल रह है। वहीं आज जीओसी इन सी सेंट्रल कमांड उत्तर भारत एरिया, लेव जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, जीओसी माणा पहुंच रहे हैं। सेना ने सूचना जारी कर बताया कि वे साइट पर प्रेस ब्रीफ भी करेंगे।
माणा तक पहुंचे के सड़क मार्ग बारिश और बर्फबारी से प्रभावित हैं। ऐसे में अब हेली रेस्क्यू ऑपरेशन पर शासन व स्थानीय प्रशासन फोकस कर रहा है। बताया जा रहा है कि 150 बचाव कर्मी भी जोशीमठ और गोविंद घाट गुरुद्वारे से माणा की ओर रवाना हो चुके हैं। रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर जारी है।