पुष्कर सिंह धामी, केंदीय राज्य परिवहन मंत्री भी मौके पर पहुंचे
अब पीएमओ के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने अधिकारियों के साथ बनाई
राज्य प्रवक्ता
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ऑल वेदर परियोजना की सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को चार इंच के पाइप से कंप्रेस कर चना, ड्राई फ्रुट्स्, पानी, आदि न खाने के लिए पहुंचाया जा रहा है। भीतर करीब दो किलोमीटर का एरिया खाली है और इस जगह की वजह से ही श्रमिक अब तक सांसे ले रहे हैं। उन्हें जो कुछ मिल रहा है उससे उनका गुजारा तो चल रहा है लेकिन उनकी मानसिक स्थिति को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है।
सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए संचालित रेसक्यू अभियान को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय के उपसचिव मंगेश घिल्डियाल, उत्तराखण्ड सरकार के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे ने आज घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद तय किया गया कि सुरंग के दायें व बायें हिस्से से इस्केप टनल बनाने के साथ ही सुरंग की ऊपरी पहाड़ी से वर्टीकल ड्रिलिंग करने और सुरंग के पोलगावं वाले हिस्से की तरफ से भी टनल बनाने का कार्य किया जाएगा। बैठक में उत्तराखण्ड सरकार के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे ने आज पूर्वाह्न में लगभग ग्यारह बजे हेलीकॉप्टर के जरिए एनएचआईडीसीएल के उच्चाधिकारियों व विशेषज्ञों की टीम के सिलक्यारा पहुंचे। उन्होंने टनल के भीतर जाकर घटना स्थल का जायजा लिया और रेस्क्यू अभियान के लिए केन्द्र सरकार के द्वारा तैनात किए गए संगठनों के पदाधिकारियों के साथ की टनल के निर्माणकर्ता भारत सरकार के उपक्रम एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों से इस हादसे और रेसक्यू अभियान के बारे में जानकारी ली। पीएमओ के उपसचिव मंगेश घिल्डियाल व पीएम के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने सुरंग की ऊपरी पहाड़ी के शीर्ष पर जाकर इस्केप पैसेज बनाने हेतु विशेषज्ञों द्वारा चिन्हित स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने सुरंग परियोजना व रेस्क्यू अभियान से जुड़े अधिकारियों तथा विशेषज्ञों की बैठक लेकर रेस्क्यू अभियान के विभिन्न विकल्पों पर विचार-विमर्श किया। इस बैठक में लिए गए निर्णयों पर भी तत्काल ही अमल शुरू करते हुए मौके पर मौजूद संसाधनों व मशीनों के जरिये नये विकल्पों के लिए पहुंच व प्लेटफॉर्म बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। देश के विभिन्न हिस्सों से जरूरी मशीनरी, सामग्री व संसाधनों को सिलक्यारा पहुंचाने के लिए एअरलिफ्ट करने या ग्रीन कॉरीडोर बनाकर सड़क मार्ग के जरिए पहुंचाने के लिए भी बैठक में निर्णय लिए गए। देशभर के संगठनों व एजेंसियों को चौंबीसों घंटे सतर्क रहकर समन्वय व सहयोग करने की अपेक्षा की गई। पीएमओ के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने सुरंग में फंसे मजदूरों की जीवनरेखा बनी पाईपलाईन के जरिए अंदर फंसे मजदूरों तक पोषक फूड सप्लीमेंट, ओआरएस आदि दवाएं भी भिजवाईं और श्रमिकों के परिजनों व सहयोगी श्रमिकों को भरोसा दिलाया कि सभी लोगों को जल्द सकुशल बाहर निकाल लिया जाएगा। परिजन सरकार के द्वारा आज विभिन्न मोर्चों से शुरू किए गए रेस्क्यू अभियान से आशान्वित व संतुष्ट दिखे। इस बीच सिलक्यारा में संचार सुविधाओं को सशक्त करने के लिए विभिन्न टेलीकॉम एजेंसिंयों को निर्देशित किया गया है। जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने इस बावत केन्द्रीय संचार मंत्रालय के अधिकारियों से वार्ता भी की है। नतीजतन मौके पर टेलीकॉम एजेंसियों ने टावर्स व अन्य उपकरणों की स्थापना का काम शुरू कर दिया है। जिलाधिकारी ने रेस्क्यू अभियान में केन्द्र सरकार के संगठनों को सहयोग करने एवं समन्वय स्थापित करने के लिए जिले से अतिरिक्त मानव संसाधन भी मुहैया करने हेतु आदेश जारी करते हुए चौबीसों घंटे अधिकारियों की तैनाती की है। जिले का आपदा प्रबंधन केन्द्र भी निरंतर इस रेस्क्यू अभियान में सहयोग कर रहा है। जिला प्रशासन ने सुरंग में फंसे मजदूरों व उनके परिजनों के मनोबल को बनाए रखने के लिए मनोचिकित्सकों की तैनाती भी की है।
केंद्रीय राज्य मंत्री गडकरी और सीएम भी पहुंचे सिलक्यारा
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन जयराम गडकरी और मुख्यमंत्री उत्तराखंड श्री पुष्कर सिंह धामी सिलक्यारा सुरंग में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का स्थलीय निरीक्षण और समीक्षा करने सिलक्यारा पहुंचे। मुख्य सचिव एस एस संधू भी साथ में हैं ।