सभी की एक ही चिंता कैसे पहुंचा जाए सुरंग के भीतर
राज्य प्रवक्ता
आज आठ दिन हो गए लेकिन सुरंग में फंसे श्रमिकों अभी भी सुरंग में कैद है और बाहर रेस्क्यू का काम चल रहा है। कब मजदूर बाहर आयेगें इसको लेकर अभी भी कुछ कहा नहीं जा सकता है। रोज सुबह आस होती है कि आज तो कोई न कोई योजना सफल हो जाएगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो पा रहा है। विदेशी एडवाइजर भी लगातार सलाह दे रहे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन कर उत्तरकाशी के सिल्क्यारा के पास टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए जारी राहत और बचाव कार्यों के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार आवश्यक बचाव उपकरण व संसाधन उपलब्ध करा रहा है, और जो भी जरूरत हो उसे पूरा करने के लिए अधिकारी भी मौके पर जा चुके हैं। कहा कि केंद्र और राज्य की एजेंसियों के परस्पर समन्वय से श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। फंसे श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने अद्यतन स्थिति दी। कहा कि एजेंसियां परस्पर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। टनल में फंसे श्रमिक सुरक्षित हैं और ऑक्सीजन, पौष्टिक भोजन और पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। राहत और बचाव कार्यों के लिए एक्सपर्ट्स की राय लेकर एजेंसियां काम कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने स्वयं मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण किया और बचाव कार्यों पर लगातार नजर रखें हैं। मेडिकल की टीम भी वहां पर तैनात कर दी गई है। अब तक प्रधानमंत्री तीन बार मुख्यमंत्री से स्थिति की जानकारी ले चुके हैं। पीएमओ की टीम भी मौके का निरीक्षण कर चुकी है।
आज अब तक का अपडेट : सिलक्यारा रेस्क्यू ऑपरेशन
सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिये चलाये जा रहे रेस्क्यू अभियान में केंद्रीय संगठनों से समन्वय बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार की तरफ से नियुक्त नोडल अधिकारी डॉ नीरज खैरवाल ने आज सिलक्यारा पहुंचे। राहत और बचाव अभियान का जायजा लिया। खैरवाल अभी एनएचएआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद, निदेशक अंशु मनीष खलखो, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला और रेस्क्यू अभियान में जुटे विभिन्न केंद्रीय संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।