आमतौर पर आपने सुना होगा कि कुंडली में मौजूद मंगल दोष की वजह से व्यक्ति का वैवाहिक जीवन प्रभावित होता है। वैसे तो व्यक्ति की कुंडली में अन्य कई ग्रह भी विशेष प्रभाव डालते हैं,लेकिन ज्योतिष शास्त्र में मंगल दोष को काफी हानिकारक माना गया है। मंगल दोष की वजह से व्यक्ति के अधिकतर कामों में अड़चन आती हैं। जिस वजह से वह जीवन भर परेशान रहता है।
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो यदि किसी व्यक्ति की कुंडली के सप्तम, अष्टम,चतुर्थ,लग्न और द्वादश भाव में मंगल मौजूद हो,तब वह व्यक्ति मंगल दोष से पीड़ित होता है। मंगल दोष की वजह से व्यक्ति को अपने जीवन में भौतिक और वैवाहिक सुख का आनंद देरी से प्राप्त होता है,जिस कारण से मंगल दोष का निवारण करना आवश्यक है। इसके लिए सबसे पहले जान लेते हैं कि कुंडली के किस भाव में बैठा मंगल आपके जीवन पर क्या प्रभाव डालता है,ताकि उसी अनुसार मंगल दोष का उपाय किया जा सके।