एसआईटी ने कहा कि 73 प्रतिशत जांच पूरी, 27 प्रतिशत शेष
अब तक 49 फर्जी मास्टर किए जा चुके बर्खास्त
राज्य प्रवक्ता
उत्तराखंड के प्राथमिक व माध्यिक विद्यालय में फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर शिक्षक पद पर तैनात करीब 3,500 शिक्षकों के खिलाफ अब जल्द कार्रवाई होने की संभावना है। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने सरकार से जांच पूरी कर दो माह में जांच पूरी करने को कहा है। जांच एजेंसी स्पेशल टास्क फोर्स ने कोर्ट को बताया कि 73 प्रतिशत जांच का कार्य पूरा हो गया है और अब मात्र 27 प्रतिशत ही जांच होनी शेष है। फिलवक्त कोर्ट के इस आदेश के बाद कई फर्जी बचाव का रास्ता तलाशने लगे हैं।
उच्च न्यायालय में काठगोदाम दमुवाढूंगा की स्टूडेंट गार्जियन वेलफेयर कमेटी ने जनहित याचिका दायर की है। मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी और न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल की युगलपीठ में 1 मई को इसकी सुनवाई हुई। सरकार ने प्रगति रिपोर्ट पेश की। कहा गया कि इस मामले में एसआईटी की ओर से जांच अभी जारी है। अभी तक 73 प्रतिशत जांच पूरी हो गयी है। हजारों शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच पूरी कर ली गयी है। अभी 27 प्रतिशत जांच नहीं हो पायी है। यह भी कहा गया कि अभी तक 69 फर्जी शिक्षक पाये गये हैं जिन्होंने फर्जी दस्तावेज के बल पर नौकरी पाई है। इनमें से 49 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। कुछ शिक्षकों के प्रकरण विभिन्न न्यायालयों में लंबित हैं।