
राज्य प्रवक्ता
राज्य सरकार के इंटरमीडिएट कॉलेजों में रिक्त चल रहे 693 रिक्त पदों पर विभागीय सीधी भर्ती में 50 साल से अधिक आयु के हाईस्कूल के प्रधानाचार्य व प्रवक्ता भी शामिल हो सके। संघ लोक सेवा आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद यह निर्णय लिया गया है। पहले प्रधानाचार्य के लिए बीएड भी जरूरी था लेकिन अब बगैर बीएड के भी 31 मई तक आवेदन किए जा सकते हैं।
शिक्षा विभाग ने स्थानांतरण के लिए 20 दिन की छूट मांगी
माध्यमिक शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट ने बताया कि शिक्षा विभाग में तबादलों के लिए 20 दिन की छूट मांगी गई है। इस संबंध में शिक्षा सचिव को प्रस्ताव भेजा गया है। बता दें कि शिक्षा विभाग में एक्ट के अनुसार 10 जून तक स्थानांतरण किए जाने हैं। शिक्षा विभाग के शेड्यूल के अनुसार 15 अप्रैल तक स्थानांतरण प्रक्रिया पूरी की जानी चाहिए थी लेकिन लोक सभा चुनाव आर्दश आचार संहिता की वजह से तबादले टाल दिए गए।
अतिथि शिक्षकों की खाना-बदोश जिंदगी
इधर अतिथि शिक्षकों के पदों को भी रिक्त माना जाएगा। स्थायी शिक्षक की नियुक्ति होते ही अतिथि शिक्षक को अपने लिए दूसरी स्कूल की तलाश करनी पड़ेगी। प्रदेश में करीब 4 हजार अतिथि शिक्षकों का जीवन लगभग खाना बदोश बना हुआ है। प्रमानेंट शिक्षक के आते ही उन्हें अपने लट्टी-पट्टी लेकर दूसरी तरफ कूच करना पड़ता है या फिर घर वापस आना पड़ रहा है। फिलवक्त अतिथि शिक्षकों को लेकर सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है। अतिथि शिक्षक गुस्से में है और उनका गुस्सा कभी भी आंदोलन बनकर फूट सकता है।