
पैसे नहीं थे, पत्नी के गहने बेचकर सिलक्यारा पहुंचे मंजित के पिता
राज्य प्रवक्ता
ऑलवेदर रोड की सुरंग के भीतर सिलक्यारा में फंसे गरीब के बेटों का भीतर जो हाल होगा वह भगवान जाने पर बाहर उनके मां-बाप का उनसे बुरा हाल है। अब उत्तर प्रदेश लखीमपुर के इस पिता को ही देख लीजिए। इस बाप को पता चला कि उसका बेटा सुरंग में फंस गया है। यह जानने के बाद वह पहले घर पर ही इंतजार करता रहा कि बेटा जल्द बाहर आ जाएग। रात-दिन इंतजार के बाद जब पिता से रहा नहीं गया तो पत्नी के गहने बेचकर लखीमपुर खीरी से सिलक्यारा पहुंचा। अधिकारियों से बातचीत की और उन्होंने उसके बेटे मंजित से बात करवाई गई। एक बेटा पहले ही खो चुके मंजित के पिता ने बेटे से बात की, बोले, बेटा हौसला मत खोना, भीतर से मंजित की आवाज आई मेरी चिंता मत करना, यह सुनकर पिता भावुक हो गए और आंखों में आंसू भरकर हां-हां कहते ही नजर आए। बताया कि उन्हें पता चल गया था कि उनका बेटा सुरंग में फंस गया है लेकिन खर्चा नहीं था इसलिए सिलक्यारा नहीं पहुंच पाए।