राज्य प्रवक्ता
उत्तरकाशी जिले की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमवीरों को बाहर निकाले के लिए राहत और बचाव अभियान जारी है। श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए बनाई जा रही पाइप लाइन के भीतर सरियों में फंसे ऑगर मशीन के ब्लेड को काटकर बाहर निकाल लिया गया है। माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने बताया कि ऑगर मशीन का सारा मलबा हटा दिया गया है और दोपहर तक मैन्युअल ड्रिलिंग शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सुरंग को अब 9 मीटर मैनुअल ढंग से बनाया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग का काम शुरू हो गया है और समाचार लिखे जाने तक 30 मीटर गहराई तक खुदाई की जा चुकी है। वर्टिकल ड्रिलिंग के तहत निर्माणाधीन सुरंग के ऊपरी क्षेत्र से 86 मीटर गहराई तक खुदाई की जाएगी। इस बीच, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव प्रमोद कुमार मिश्रा, केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला प्रधानमंत्री कार्यालय के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल और उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू ने राहत और बचाव अभियान का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री बोले, सेना भी लगातार कर रही कार्य
इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिल्क्यारा सुरंग के भीतर फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना, वायु सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल सहित केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियां बचाव कार्यों को जल्द पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही हैं। खबर है कि फंसे श्रमिकों तक पर्याप्त ऑक्सजन, भोजन, पानी और दवाईयां भेजी जा रही हैं। साथ ही प्रशासन श्रमिकों से संपर्क बनाए हुए हैं। इसके अलावा श्रमिकों तक भारत संचार निगम लिमिटेड- बीएसएनएल की टेलीफोन लाइन पहुंचायी जा रही है, ताकि वे अपने परिजनों से बातचीत कर सकें।